भा.वि.प्रा. की रूपरेखा
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (भा.वि.प्रा) की स्थापना 1 अप्रैल, 1995 को संसद के एक अधिनियम द्वारा की गई थी। यह एक मिनी रत्न 'श्रेणी-1' सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम (पीएसयू) है, जो देश में नागर विमानन क्षेत्र का मुख्य आधार स्तंभ है। प्राधिकरण 26 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, 12 कस्टम हवाई अड्डे और 95 घरेलू हवाई अड्डों सहित कुल 133 हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है।
इसके अलावा, भा.वि.प्रा. देश में वायु दिक्चालन सेवाओं (एएनएस) का एकमात्र प्रदाता है, जो सम्पूर्ण भारतीय वायु क्षेत्र में 28 मिलियन वर्ग नॉटिकल मील (एमएसएनएम) का प्रबंधन और नियंत्रण करता है। इसमें 1.75 एमएसएनएम सामुद्रिक क्षेत्र और 1.05 एमएसएनएम भूमि क्षेत्र शामिल हैं।
प्राधिकरण वैश्विक प्रचालन के अनुरूप एएनएस अवसरंचना का उन्नयन कर रहा है और टियर-II एवं टियर-III शहरों में हवाई अड्डों का तीव्रता से आधुनिकीकरण और उन्नयन कर रहा है।
रीवा का संक्षिप्त विवरण
मध्य प्रदेश राज्य के मध्य में स्थित रीवा एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरा शहर है। इसका ऐतिहासिक महत्व सदियों पुराना है, जिसे इसके राजसी किलों और महलों में देखा जा सकता है। रीवा का प्राकृतिक सौंदर्य इसके हरे-भरे जंगलों, घुमावदार नदियों और सुरम्य झरनों से झलकता है।
यह शहर अपने वन्यजीव अभ्यारण्यों और सफेद बाघों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके अलावा, रीवा के बाजार, त्योहार, और गर्मजोशी से स्वागत करने वाली जनता इसे एक अनूठा अनुभव प्रदान करते हैं, जो इसे एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल बनाता है।
रीवा हवाई अड्डे का विकास
रीवा हवाई अड्डे का विकास एटीआर-72 प्रकार के विमानों के प्रचालन के लिए किया जा रहा है। इस परियोजना की लागत ₹91 करोड़ है, जिसमें नई टर्मिनल बिल्डिंग, टैक्सी वे, और एप्रन का निर्माण शामिल है। हवाई अड्डे का विकास 'आईएफआर कंडीशन' में किया जा रहा है।
मुख्य विशेषताएं:
- टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल: 768 वर्ग मीटर
- यात्री सेवा क्षमता: 150 यात्री
- वार्षिक यात्री क्षमता: 2.5 लाख यात्री
- चेक-इन काउंटर: 3
- बैगेज कन्वेयर: 1
- कार पार्किंग: 100 कारों के लिए
- रनवे की लंबाई: 1800 मीटर
- एप्रन: दो एटीआर-72 विमानों के लिए
- परियोजना लागत: ₹91 करोड़
परियोजना की संधारणीय विशेषताएं:
- एलईडी लाइटिंग
- अपशिष्ट शोधन संयंत्र
क्षेत्र के लोगों को परियोजना के लाभ:
- स्वास्थ्य सेवाओं, शैक्षिक अवसरों, और वस्तुओं एवं सेवाओं की व्यापक श्रृंखला तक बेहतर पहुंच
- रोजगार के नए अवसर
- आर्थिक विकास में योगदान
- व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा
रीवा एयरफील्ड भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधीन है, जिसका क्षेत्रफल 302 एकड़ है और मौजूदा रनवे का आयाम 1400 मीटर x 30 मीटर है।