जनपद CEO द्वारा इसे "दुखद घटना" के रूप में संबोधित करना केवल एक औपचारिक प्रतिक्रिया प्रतीत होती है। सुदूर क्षेत्रों में सड़क निर्माण की योजना की घोषणा एक सकारात्मक कदम है, लेकिन यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि यह समस्या आज की नहीं है। वर्षों से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी सुविधाओं की कमी को नज़रअंदाज़ किया जाता रहा है।
ग्रामीणों का यह कहना कि बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल है, एक और महत्वपूर्ण समस्या को दर्शाता है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अपार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इस तरह की घटनाएं सरकार और प्रशासन के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए कि देश के दूरदराज के इलाकों में बुनियादी सुविधाओं की आपूर्ति कितनी अपर्याप्त है। इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर जीवन यापन के अवसर और बुनियादी सुविधाएं प्रदान करना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।
सार्वजनिक बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि ऐसी दुखद घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और सभी नागरिकों को उनकी जरूरत के अनुसार सेवाएं मिल सकें।