Paytm वॉलेट बिजनेस बेचने की तैयारी में, HDFC और Jio खरीदारी की रेस में सबसे आगे
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा Paytm पेमेंट्स बैंक पर 29 फरवरी से डिपॉजिट स्वीकार करने पर बैन लगाने के तुरंत बाद, हिंदू बिजनेसलाइन की एक रिपोर्ट से पता चला है कि Paytm पिछले साल नवंबर से Jio फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) के साथ इस बारे में चर्चा कर रहा है।
रिपोर्ट में एक बैंकर के हवाले से कहा गया है कि KYC से जुड़े मुद्दों के कारण, Paytm 2022 से पहले जितना इस बिजनेस को तवज्जो दे रहा था, उसके बाद उनके लिए यह बिजनेस उतना तरजीह वाला नहीं रहा। यदि वैल्यूएशन अच्छा होता, तो Jio के साथ यह डील पहले ही फाइनल हो गई होती।
अब, कंपनी डील की तलाश कर रही है ताकि कारोबार बिना किसी रुकावट के जारी रहे।
रिपोर्ट में बताया गया है कि आरबीआई के प्रतिबंध से ठीक पहले Paytm ने डील के लिए HDFC बैंक से संपर्क किया था। HDFC के डिजिटल वॉलेट Payzapp के लगभग 1.4 करोड़ यूजर्स हैं। हालांकि JFSL का अभी तक उद्योग पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन यह डील इसकी प्रगति को गति देने में मदद कर सकती है।
रिपोर्ट्स के बाद भारतीय शेयर बाजार में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शेयरों में बढ़ोतरी हुई है। दोपहर 1:45 बजे तक बीएसई पर इसके शेयर 15.74% बढ़कर 293.7 रुपये पर थे।
HDFC बैंक के शेयर 1,446.25 रुपये पर अपरिवर्तित रहे। पिछले तीन दिनों में Paytm के शेयरों में 40% से अधिक की गिरावट आई है और सोमवार को 10% कम होकर 438.35 रुपये पर कारोबार कर रहे थे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि Paytm किसके साथ डील करता है और इस डील का डिजिटल भुगतान उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ता है।