08 January 2024

नौकरी खाने के लिए मुंह खोले खड़ी है टेक्नोलॉजी! बचने का है ये एकमात्र रास्ता - AI technology news update

नौकरी खाने के लिए मुंह खोले खड़ी है टेक्नोलॉजी! बचने का है ये एकमात्र रास्ता

हाइलाइट्स - एआई से नई तरह की नौकरियां बनेंगी. | एआई पर पकड़ बनाने वालों को होगा लाभ.

रिपिटीटिव जॉब्स में खत्म होगा मानव हस्तक्षेप.

नई दिल्ली. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से पारंपरिक मानव संसाधन की जगह ले रहा है. 2022 में दुकान नाम के एक स्टार्टअप ने अपने 90 फीसदी वर्कफोर्स को हटाकर उनकी जगह चैटबॉट स्थापित कर दिया था. पिछले साल के अंत में पेमेंट एग्रीगेटर पेटीएम ने भी 1000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया. कंपनी ने कहा है कि वह एआई से जितनी उतनी उम्मीद कर रहे थे उन्हें उससे कहीं बेहतर नतीजे मिले हैं. बकौल पेटीएम कंपनी एआई की मदद लेकर 10-15 फीसदी तक इम्प्लॉई कॉस्ट में कमी ला सकती है. खबरें हैं कि गूगल भी एआई की आड़ में 30,000 लोगों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाने वाली है.

ये सभी बातें उन कई उद्योगपतियों के बयान के विपरीत हैं जो यह कहते हैं कि एआई लोगों की नौकरी नहीं खाएगा. यह बात सही भी है और नहीं भी. यह तय है कि एआई कई लोगों की नौकरी खाएगा. ऐसे बहुत से काम हैं जिन्हें हर दिन मानव हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है और उन्हें मशीन अपने स्तर पर आराम से कर सकती है. मसलन, मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में ऑटोमेशन आने के बाद कई लोगों की नौकरियां गई ये एक सच है. हालांकि, एक सच ये भी है कि उन ऑटोमैटिक मशीनों के संचालन के लिए भी लोगों की जरूरत पड़ी. अंतर ये रहा कि जो काम पहले 5 लोग करते थे अब 1 व्यक्ति करने लगा. साथ ही अब वह व्यक्ति अनस्क्लिड की जगह स्क्लिड होने लगा.

एआई से क्या बदलाव होगा?
हायरिंग व स्टाफिंग के लिए एआई का इस्तेमाल करने वाली ब्रिजएनटेक और हायर++ टेक्नोलॉजी के मैनेजिंग पार्टनर पीयूष राज अखौरी कहते हैं कि एआई से नौकरियां जाएंगी लेकिन इससे नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे. बकौल अखौरी, लोगों को खुद को एआई के लिए स्किल करना होगा और जो लोग ऐसा कर पाएंगे वह खुद को पहले से बेहतर स्थिति में पाएंगे. पीयूष का कहना है कि एआई मुख्यत: ऐसे कामों में से मानव हस्तेक्षप को खत्म कर देगा जो बहुत रिपिटीटिव हैं, उदाहरण के लिए सिक्योरिटी चेकिंग या फिर ही तरह की डिजाइनिंग.

कौन रहेगा फायदे में?
पीयूष अखौरी का कहना है कि एआई से संबंधित नौकरियों के अवसर पैदा होंगे और इससे ज्यादा फायदे में वे लोग रहेंगे जो अभी अपने काम में कम होनहार हैं लेकिन एआई पर उन्होंने पकड़ मजबूत कर ली है. उनका कहना है कि इससे उन लोगों को डरने की जरूरत है जो खुद को एआई के लिए स्क्लिड नहीं कर पाएंगे.

Readmore