02 December 2023

EVM में वोटो की गिनती कैसे होती है और कैसे होता है मशीनों में हेरा फेरी - electronic voting machine news

EVM में वोटो की गिनती कैसे होती है और और कैसे होता है मशीनों में हेरा फेरी 

जैसा कि आप सभी देख रहे हैं कि वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के माध्यम से आप वोट डाल रहे हैं, आप उम्मीदवार को चुनने के लिए  पोलिंग बूथ में जाते हैं और अपने पसंदीदा उम्मीदवार को वोट करते हैं

Evm प्रक्रिया अपना ली गई है लेकिन अभी भी यह सवालों के घेरे में रहती है इस पोस्ट को पूरा पढ़ें सबसे पहले तो मैं इसके प्रक्रिया को समझाऊंगा की कैसे होता है, इसके बाद यह भी बताऊंगा कि इसमें गड़बड़ी की संभावना को क्यों नहीं नकारा जाता है
वर्तमान में evm में जो सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं पहले उसकी बात करता हूं जब आप किसी भी उम्मीदवार को वोट डालते हैं तो आपको एक नीचे दिखाए गए इमेज में जो मशीन है इस मशीन में एक पर्ची प्रिंट होकर अंदर ही ट्रांसपेरेंट कांच के भीतर आपको दिखाई देती है कि आपने जिस उम्मीदवार को वोट दिया है उसी उम्मीदवार का नाम प्रिंट होकर आ गया है और वह जो प्रिंट होकर रिसिप्ट आती है वह फिर नीचे बॉक्स में अपने आप गिर जाती है इस पर्ची का काम तब की होता है जब उम्मीदवार को शक होता है की मशीन में छेड़छाड़ की गई है तो वह पर्ची गिनवाता है यदि पर्ची और मशीन में गिनती सही आती है तो फिर मान लिया जाता है की गिनती सही है यदि दोनों की गिनती में अंतर होती है तो मान लिया जाता है की गड़बड़ी हुई है।

Evm दूसरा का सुरक्षा इसमें यह है कि जब पोलिंग बूथ में उम्मीदवार के जो एजेंट होते हैं उन्हें मशीनों का सीरियल नंबर सोप जाता है और जब मशीन स्ट्रांग रूम में जमा हो जाती हैं या चुनाव परिणाम आने वाला होता है उसे समय भी मशीनों का नंबर उम्मीदवार द्वारा मैच कर लिया जाता है जिससे कि वह संतुष्ट हो जाता है कि यह वही मशीन है जो पोलिंग बूथ में रखी थी लेकिन जब दोनों नंबर मिसमैच हो जाते हैं तब उम्मीदवार चुनाव अधिकारी से शिकायतकर्ता है कि यहां कुछ मशीन बदली गई है और इन बूथों की या तो गणना से बाहर किया जाए या यहां पर दोबारा चुनाव कराया जाए यह निर्णय चुनाव आयोग सभी उम्मीदवार मिलकर ले सकता है कि उसे अब क्या करना है।

कैसे होता है evm मशीनों में हेरा फेरी 

जैसा कि मैं अभी आपके ऊपर बताया कि मशीनों की सुरक्षा तो की जाती है लेकिन छेड़छाड़ करना भी आसान है जैसा कि आपको पता है कि मशीनों का सीरियल नंबर ऊपर की बॉडी में होता है इस सीरियल नंबर को दूसरे एवं में लगाया जा सकता है और जो प्रिंट बॉक्स से मैच करने की प्रक्रिया है वह भी नई वोटिंग मशीन में नए उम्मीदवार के लिए जो वोटिंग की गई है वह ठीक मैच कर जाएगी जिससे कि विपक्ष के उम्मीदवार को कोई शक नहीं होता है इसलिए आज भी एवं सटीक चुनाव नतीजे के लिए सही नहीं मानी जाती है।

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