लाड़ली बहना योजना क्या बदल देगी चुनाव का गणित? जानें कौन जीत रहा है मध्यप्रदेश - will ladli bahana yojana change the mathematics of elections who is winning madhya pradesh - mamaji [ e4you.in ]
बीजेपी से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि लाड़ली बहना योजना ग्राउंड पर असर दिखा रही है. इस बात को मध्यप्रदेश की इंटेलिजेंस भी मानकर चल रही है. मध्यप्रदेश के कुछ सीनियर ब्यूरोक्रेट भी पुष्टि कर रहे हैं कि बीजेपी को जो फायदा इस चुनाव में मिलेगा, उसका बड़ा कारण लाड़ली बहना योजना स्कीम होगी, जिसमें सवा करोड़ से अधिक महिलाओं को पहले एक हजार रुपए और बाद में 1250 रुपए प्रति महीना दिया जा रहा है.
लेकिन कांग्रेस इस दावे को नकार रही है. कांग्रेस का कहना है कि शिवराज सरकार के कुशासन से जनता त्रस्त है. व्यापमं से लेकर पटवारी घोटाले तक, पेपर लीक कांड, बेरोजगारी, महंगाई से जनता त्रस्त है और इस बार जनता बदलाव के मूड में है और कांग्रेस का पलड़ा भारी है.
इंडिया टुडे के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट के अनुसार बीजेपी के पास अधिक सेफ सीट
इंडिया टुडे के डेटा इंटेलिजेंस यूनिट ने पिछले तीन चुनावों के रिजल्ट का एनालिसिस किया है, जिसके आधार पर पता चला है कि बीजेपी के पास सेफ सीटों की संख्या अधिक है तो वहीं कांग्रेस के पास सेफ सीटों की संख्या कम है. यहां सेफ सीट से तात्पर्य है कि ऐसी सीट, जिन पर बीजेपी या कांग्रेस पिछले तीन चुनाव से लगातार जीतते आ रहे हैं.
इसके अनुसार बीजेपी के पास सेफ सीटों की संख्या 58 है, जिन पर पिछले तीन चुनाव से उनको जीत मिल रही है. वहीं तीन में से दो चुनाव में बीजेपी को जीत मिली है, ऐसी सीटों की संख्या 21 है. वहीं पिछले तीन चुनाव में से सिर्फ एक बार जीतने वाली सीटें बीजेपी के खाते में सिर्फ 7 हैं. वहीं 11 सीटें ऐसी हैं, जिन पर बीजेपी लगातार तीन चुनाव से हारती आ रहा है.
इसकी तुलना में कांग्रेस के पास सेफ सीटों की संख्या सिर्फ 10 है, जिन पर पिछले तीन चुनाव से उनको जीत मिल रही है. वहीं तीन में से दो चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली है, ऐसी सीटों की संख्या यहां भी 21 है. वहीं पिछले तीन चुनाव में से सिर्फ एक बार जीतने वाली सीटें कांग्रेस के खाते में 41 हैं. वहीं 75 सीटें ऐसी हैं, जिन पर कांग्रेस लगातार तीन चुनाव से हारती आ रही है.
2018 में मध्यप्रदेश विधानसभा की सीटों की कैसी थी तस्वीर, देखें
कांग्रेस-114 सीटें
बीजेपी-109 सीटें
बसपा-2 सीटें
सपा-1 सीट
निर्दलीय-4 सीटें
बघेलखंड- 30 सीट
बीजेपी- 24
कांग्रेस- 6
अन्य- 0
बुंदेलखंड- 26
बीजेपी- 14
कांग्रेस- 10
अन्य- 2
ग्वालियर-चंबल- 34
बीजेपी- 7
कांग्रेस- 26
अन्य- 1
भोपाल रीजन- 20
बीजेपी- 14
कांग्रेस- 6
अन्य- 0
महाकौशल- 47
बीजेपी- 18
कांग्रेस- 28
अन्य- 1
मालवा- 55 सीट
बीजेपी- 26
कांग्रेस- 28
अन्य- 1
निमाड़ रीजन- 18
बीजेपी- 6
कांग्रेस- 10
अन्य- 2