GPTzero Kya Hai?: AI-Generated Content की पहचान के लिए एक आवश्यक टूल
लेकिन AI का इस्तेमाल करके इंटरनेट पर जो झूठ फैलाया जा रहा है, वो एक बड़ी चिंता का विषय था। AI जेनरेटेड कंटेंट कितने सही है और कितने गलत, इसकी पहचान करना मुश्किल था।
इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि GPTzero क्या है और ये कैसे काम करता है और इसकी खासियत ।
GPTzero Kya Hai? in Hindi
GPTzero एक AI-जनरेटेड कंटेंट डिटेक्शन टूल है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का उपयोग करके लिखे गए Text-Based डाक्यूमेंट्स का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित है, चाहे वह चैटजीपीटी या अन्य AI टूल द्वारा लिखा गया हो। GPTzero का एल्गोरिदम इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि AI-Generated डाक्यूमेंट्स के सेंटेंस और पैराग्राफ फ्लो के आधार पर इसे पता लगाता है। इस टूल को बनाने का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि जो भी टेक्स्ट कंटेंट लिखा गया है वह AI-जनरेटेड है या मानव-जनित है।
GPTZero Information | Detail |
---|---|
Release Date | 3 January 2023 |
Platform | Cloud computing |
CEO | Edward Tian |
Features | AI content Detection, plagiarism checker |
GPTzero कैसे काम करता है
ChatGPT के काम करने का तरीका कोई नया नहीं है। यह वैसे ही काम करता है, जैसे अभी तक अन्य AI डिटेक्टर टूल करते थे। अगर हम GPTzero की बात करें, तो यह टेक्स्ट डॉक्यूमेंट को स्कैन करता है और सेंटेंस बाय सेंटेंस आपको हाईलाइट करके बता देगा कि यह आर्टिकल, न्यूज़, या कोई भी टेक्स्ट डॉक्यूमेंट AI से लिखा गया है या किसी इंसान ने लिखा है।
इसका उपयोग करना बहुत ही आसान है। आपको बस अपना टेक्स्ट डॉक्यूमेंट को पेस्ट करे या फिर फाइल को उपलोड करके डॉक्यूमेंट को चेक कर सकते है। GPTzero पर एक फ्री अकाउंट बनाकर डॉक्यूमेंट को जांचना शरू कर सकते है।
आपके मन में एक सवाल जरूर होगा कि क्या GPTzero सिर्फ ChatGPT से लिखे आर्टिकल को डिटेक्ट करता है। ऐसा बिलकुल नहीं है, AI-जनरेटेड कंटेंट किसी भी AI लैंग्वेज मॉडल द्वारा लिखा गया हो, ये सभी को डिटेक्ट कर सकता है.
GPTzero क्या खास है
GPTzero की स्पेशल बात यह है कि इसे विशेष रूप से शिक्षकों और स्टूडेंट्स की सामग्री को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। टीचर आसानी से स्टूडेंट के द्वारा लिखे गए AI जनरेटेड नोट्स और answers को पकड़ पाएंगे।
दूसरी बात है, GPTzero के AI डिटेक्शन मॉडल किसी भी टेक्स्ट डॉक्यूमेंट को 7 तरह के कंपोनेंट्स के स्तर पर चेक करता है। ये मॉडल डॉक्युमेंट्स को बारीकी से जांचने के बाद, यह पता लगाने में मदद करता है कि यह डॉक्यूमेंट किसी इंसान ने लिखा है या फिर किस AI लैंग्वेज मॉडल का उपयोग हुआ है। फिर चाहे वो डाक्यूमेंट्स ChatGPT, GPT3, GPT4, Bard, और LLaMa मॉडल का उपयोग करके लिखा गया हो।
GPTzero के फायदे
AI आने के बाद, स्टूडेंट्स ने जिस तरह से AI का इस्तेमाल अपने टीचर्स को धोखा देने में किया है, GPTzero ऐसे टीचरों को पावर देता है जो उन स्टूडेंट्स को पकड़ पायेगा, जो ChatGPT या फिर अन्य किसी AI लैंग्वेज मॉडल का इस्तेमाल करके अपना होमवर्क करते हैं।
GPTzero के डैशबोर्ड में आप एक साथ कई फाइल अपलोड कर सकते हैं, और ये आपको एक ही डैशबोर्ड में पूरी रिपोर्ट बना कर देगा।
GPTzero आपको plagiarism फीचर भी प्रदान करता है, जिससे आप चेक कर पाएंगे कि आर्टिकल कहीं चोरी तो नहीं किया गया है। और ये सारे फीचर्स आपको बहुत ही कम प्राइस में मिलते हैं।
आखिर में
लोगों ने जिस तरह से AI जनरेटेड कंटेंट का इस्तेमाल झूंठ फैलाने के लिए किया है, GPTzero ऐसे कंटेंट्स के खिलाफ एक लड़ाई है। जो फ़र्ज़ी न्यूज़, स्पैम और दूसरे एआई टूल का उपयोग करके ऐसे कंटेंट को इंटरनेट पर फैलाना, जिनका ना तो कोई मीनिंग है और ना ही कोई अस्तित्व है।
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