लाडली बहनों 450 रूपए में रसोई गैस सिलेंडर भरवाएं, बैंक खाते में आएगा पैसा
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर है। बहनों को जल्द 450 रुपए में गैस सिलेंडर का लाभ मिलेगा। इस संबंध में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंस द्वारा जिला कलेक्टर से प्रदेश में रियायती दर पर रसोई गैस सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए बहनों के पंजीयन कार्य में तेजी लाने को कहा है। साथ ही निर्देश दिए है कि अधिक से अधिक पात्र बहनों को रियायती दर पर रसोई गैस सुविधा दिलवाएं, हितग्राहियों को शीघ्र ही राशि अंतरित की जाएगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सस्ते दाम पर रसोई गैस उपलब्ध करवाने का कार्य पूरी तन्मयता से परिश्रम पूर्वक किया जाए, जिससे अधिक से अधिक पात्र बहनों को यह सुविधा उपलब्ध हो सके। हितग्राहियों को शीघ्र ही राशि अंतरित किया जाना प्रस्तावित है। इसके लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जाएं। जिस तरह जिला स्तर पर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन पर ध्यान दिया गया उसी टीम भावना से रियायती रसोई गैस सिलेंडर री-फिलिंग योजना की सुविधा का लाभ दिलवाने का कार्य किया जाए।
जानें इस पोस्ट में क्या-क्या है?
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत मिलेगा बहनों को लाभ
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की हितग्राही बहनों को 450 रुपए में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय के परिपालन के लिए खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा संबंधित एजेंसियों, आयल कंपनियों और स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर निर्धारित कार्यवाही की जा रही है। बहनों को गैस कंपनी से विक्रय दर पर सिलेंडर लेने के पश्चात अंतर की राशि का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जाएगा। यह राशि राज्य सरकार वहन करेगी।सीएम ने 15 सितम्बर को टीकमगढ़ से योजना का शुभारंभ कर प्रतीक स्वरूप कुछ हितग्राहियों के आवेदन प्रपत्र भरवाए थे। उन्होंने गत 17 सितम्बर को भी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में बहनों के आवेदन प्रपत्र भरवाने का कार्य किया था।
सीएम चौहान ने कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि कम दाम पर रसाई गैस की सुविधा मिलने से लाखों परिवारों को आर्थिक राहत मिलेगी। इसका लाभ दिलवाने के लिए प्रदेश में बहनों के पंजीयन की कार्यवाही चल रही है। बैठक में बताया गया कि उज्ज्वला योजना का लाभ ले रही बहनों और ऐसी बहनों जिन्हें उज्ज्वला योजना का लाभ नहीं मिला है, उनकी समग्र जानकारी एकत्र कर बैंक खातों के विवरण के साथ आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। बड़ी संख्या में पुरुषों के नाम खाते होने से परिवार किस तरह लाभान्वित हो, इसके लिए जरूरी तकनीकी उपायों पर भी कार्य किया जा रहा है। सीएम ने अन्य जिलों को कार्य की गति बढ़ाने के निर्देश दिए, जिससे राशि का अंतरण कार्य जल्द संपन्न हो।
किस तरह मिलेगा 450 रुपए में रसोई गैस
- सावन के माह में अर्थात 4 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक गैस सिलेंडर रिफिल कराने वाली लाड़ली बहनों को भी अनुदान राशि का अंतरण उनके बैंक खातों में किया जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाड़ली बहनों को पंजीयन कराना होगा, इसकी प्रक्रिया 15 सितंबर से शुरू हो गई है।
- इसके लिए सबसे पहले बहनों को गैस कम्पनी से विक्रय दर पर ही सिलेंडर लेना होगा। लाड़ली बहनों को अंतर की राशि उनके बैंक खाते में रिफंड की जाएगी। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी बहनों के खाते में अनुदान राशि ऑयल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा ऑयल कम्पनी को दी जाएगी। ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं है, उनके बैंक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी।
- पंजीयन के लिए केवल दो जानकारी या दस्तावेज (अ) एलपीजी कनेक्शन आईडी (ब) समग्र आईडी की आवश्यकता होगी।घरेलू गैस संबंधी पंजीयन उन सभी केंद्रों पर किया जाएगा जहां मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का पंजीयन होता है।शासन भी सभी आइल कम्पनी से बहनों के गैस कनेक्शन संबंधी जानकारी प्राप्त कर रहा है तथा उसे पोर्टल पर 25 सितम्बर को प्रदर्शित किया जाएगा।इससे बहनों को अपनी जानकारी देखने में सुविधा होगी। बहनों की समस्याओं के निराकरण के लिए शिकायत निवारण एप्लीकेशन भी तैयार की जा रही है।
किन बहनों को मिलेगा लाभ
- ऐसी बहनों का पंजीयन किया जाएगा जो पूर्व से गैस कनेक्शन धारी हों और यह बहनें उज्जवला योजना की लाभार्थी भी हो सकती हैं।
- गैस सिलेंडर पर यह अनुदान, लाड़ली बहनों को हर महीने एक गैस रिफिल पर मिलेगा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की लाभार्थी लाड़ली बहनों के खाते में अनुदान राशि आइल कम्पनी द्वारा डाली जाएगी और यह अनुदान राशि राज्य सरकार द्वारा आइल कम्पनी को दी जाएगी।
- ऐसी लाड़ली बहनें जो उज्जवला योजना की लाभार्थी नहीं हैं उनके बैक खाते में अनुदान राशि सीधे राज्य सरकार डालेगी।यदि भविष्य में कभी गैस रिफिल करने की दरें बदलती हैं तो उसके अंतर की राशि की पूर्ति राज्य सरकार करेगी।
- उज्जवला योजना के अंतर्गत पंजीकृत 82 लाख उपभोक्ता के अलावा मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में पंजीकृत लगभग 15 लाख महिलाएं (एलपीजी कनेक्शनधारी) भी इसकी पात्र होने का अनुमान है। उज्जवला योजना की हितग्राही लाड़ली बहना योजना की भी हितग्राही हैं।
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