मामा शिवराज की सीएम राइज़ स्कूल का हल्ला तो बिल्कुल समाप्त हो गया है कहीं दिखाई ही नहीं दे रही
जैसा की आप सभी यह जानते है की दिल्ली मे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्कूल शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए और प्राइवेट स्कूल की लूट को बंद करने के लिए सरकारी स्कूल मे ही प्राइवेट स्कूल जैसी सुविधा (जैसे स्कूल का भवन स्कूल मे बैठने की उच्चतम व्यवस्था खेल कूद के लिए अच्छे अवसर साथ ही साथ योग्य शिक्षक के द्वारा छात्रो को अध्यन ) प्रदान करते हुए सरकारी स्कूल को बेहतर बनाया, जिससे दिल्ली की जनता काफी लवान्वित हुई, उसी तर्ज मे हमारे म्ध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सीएम राइस स्कूल खोलने की चुनावी घोषणा की थी लेकिन चुनाव अब खाफी नजदीक आ चुके है और शिक्षण सत्र 2023-24 भी आरंभ हो चुका है, लेकिन मध्य प्रदेश मे एक भी सीएम राइस स्कूल अब तक ठीक से नहीं खोली गयी है, सिर्फ पहले से जो सरकारी स्कूल अस्तित्व मे थी उन्ही का नाम बदल कर सीएम राइस स्कूल कर दिया गया, उन स्कूल मे सीएम राइस स्कूल परिकल्पना से मिलती जुलती कोई भी सुविधा देखने को नहीं मिलती है।
मध्य प्रदेश की सीएम राइज स्कूल हैं गायब जाने कब खुलेंगे स्कूल - Shivraj mama ne bhanje bhanjiyon se Kiya bada majak
शिवराज मामा ने केजरीवाल को देखकर सीएम राइस स्कूल की कल्पना की थी अब वह कहाँ है -
शिवराज मामा ने पिछले साल बड़े गर्मजोशी से दिल्ली से बेहतर सरकारी स्कूल मध्यप्रदेश में बनाने की घोषणा तो कर डाली लेकिन सत्र बीत गया एक नया सत्र शुरू हो गया लेकिन मध्यप्रदेश की धरातल में कहीं भी दिल्ली के जैसा स्कूल दिखाई नहीं दे रहा है ना ही कोई नई बिल्डिंग बनी है पुरानी बिल्डिंग में शिवराज मामा ने दिल्ली जैसे स्कूल बनाने का ख्वाब तो देख लिया लेकिन वहां पर सुविधाएं नहीं जुटा पाए।
मामा ने वादा किया था कि हमारी स्कूलों में सरकारी बसें चलाई जाएंगी प्राइवेट की तरह सभी सुविधाएं दी जाएंगी सुसज्जित क्लास शुरू होगा हाई रेटिंग वाले शिक्षक रखे जाएंगे, लेकिन जब मामा को यह पता चला कि वह ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो मामा जी ने इस पर बोलना ही बंद कर दिया और लाडली बहना रूपी एक अस्त्र का उपयोग किया जो कि वह भी विफल होता दिखाई दे रहा है कुछ ही बहनों को लाभ मिला है बहुत सी बहने उसने रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाई है वैसे शिवराज मामा लाडली बहनों को एक ₹1000 देकर अपना रास्ता साफ होता देख रहे हैं लेकिन उनका यह ख्वाब धरातल में सच साबित होता दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि बहनों के अलावा बहुत से भांजे और बहनोई हैं जो कि शिवराज मामा से बेहद खफा है।