कथा के नाम पर लूट का षड्यंत्र
श्री राजीव दीक्षित जी ने कथावचको के ढोंग को उजागर किया था उनका वीडियो आप युटुब में देख सकते हैं
कथा एक ऐसी कला है जो लोगों को मनोरंजन, शिक्षा और प्रेरणा देती है. लेकिन कुछ लोग इस कला का इस्तेमाल लोगों को लूटने के लिए भी करते हैं. वे ऐसे कथाएं सुनाते हैं जो सुनने वालों को भावुक कर देती हैं और उन्हें विश्वास दिलाती हैं कि वे कुछ विशेष शक्तियां रखते हैं. वे फिर इन लोगों से पैसे, सामान या अन्य चीजें मांगते हैं और उन्हें यह कहते हैं कि अगर वे इन चीजों को नहीं देंगे तो उन्हें बुरी चीजें होंगी.
ये लोग ढोंगी कथावाचक होते हैं. वे लोगों को धोखा देते हैं और उनका शोषण करते हैं. वे लोगों को यह समझाने की कोशिश करते हैं कि वे कुछ विशेष शक्तियां रखते हैं और वे इन शक्तियों का इस्तेमाल लोगों की मदद करने के लिए करते हैं. लेकिन वास्तव में वे कुछ भी नहीं करते हैं. वे बस लोगों को पैसे और अन्य चीजें लूटते हैं.
ढोंगी कथावाचकों के षड्यंत्र को समझना और उनसे बचना जरूरी है. अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जो आपको कथा सुनाता है और आपको कुछ विशेष शक्तियां होने का दावा करता है तो आपको सतर्क रहना चाहिए. आपको उस व्यक्ति से कोई भी पैसा या सामान नहीं देना चाहिए. आपको उस व्यक्ति को अपनी निजी जानकारी भी नहीं देनी चाहिए.
ढोंगी कथावाचकों के षड्यंत्र को उजागर करना और लोगों को उनके बारे में जागरूक करना भी जरूरी है. आप ऐसा लोगों को ढोंगी कथावाचकों के बारे में जानकारी देकर कर सकते हैं. आप लोगों को यह भी बता सकते हैं कि कैसे ढोंगी कथावाचकों से बचें.
ढोंगी कथावाचकों के षड्यंत्र से लोगों को बचाना हमारी जिम्मेदारी है. हमें लोगों को जागरूक करना चाहिए और उन्हें ढोंगी कथावाचकों से बचने के लिए शिक्षित करना चाहिए.