24 June 2023

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023: National Education Policy जाने पूरी जानकारी

(नई शिक्षा नीति) नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023: National Education Policy जाने पूरी जानकारी

National Education Policy 2023: नेशनल एजुकेशन पॉलिसी इसरो के प्रमुख डॉक्टर कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता के दौरान शुरुआत की गई। यह नीति भारत की परंपराओं और मूल्यों को ध्यान में रखते हुए बनायी गयी है।भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। जिसका लक्ष्य देश को विश्व स्तरीय (world class) और कौशल आधारित (skill based) शिक्षा प्रदान करना है।

तो दोस्तों आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम इस नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 से संबंधित जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं जैसे उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता एवं अन्य सुविधाएं। अगर आप भी National Education Policy 2023 से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप से अनुरोध है कि हमारे इस लेख को विस्तार से पूरा पढ़ें।

Table of Contents

National Education Policy 2023 (NEP)

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत स्कूलों और कॉलेजों में शिक्षा की नीति तैयार की जाती है। भारत सरकार ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2023 लॉन्च की है। केंद्र सरकार ने शिक्षा नीति में कई बड़े बदलाव किए हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से भारत को विश्व स्तरीय की महाशक्ति बनाना। अब जनशक्ति प्रबंधन मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत, 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% जीईआर (चिकित्सा और कानून की पढ़ाई को छोड़कर) के साथ पूर्वस्कूली से माध्यमिक विद्यालय तक शिक्षा को यूनिवर्सल बनाया जाएगा। पहले 10+2 के पैटर्न का पालन किया जाता था, लेकिन अब नई शिक्षा पैटर्न नीति के अनुसार 5+3+3+4 का पालन किया जाता था जिसे नई शिक्षा नीति 2023 के तहत बदल दिया जाएगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023: Highlights

आर्टिकल किसके बारे में हैनेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023
किस ने लांच की स्कीमभारत सरकार
लाभार्थीभारत के नागरिक
आर्टिकल का उद्देश्यइस पॉलिसी का मुख्य उद्देश्य शिक्षा का सार्वभौमीकरण करना है तथा भारत को वैश्विक ज्ञान महाशक्ति बनाना है।
ऑफिशियल वेबसाइटयहां क्लिक करें
साल2023
स्कीम उपलब्ध है या नहींncte.gov.in

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 पर प्रधानमंत्री का देश को संबोधन

• देश की प्रधानमंत्री श्री मोदी जी द्वारा 7 अगस्त 2020 को नई शिक्षा नीति पर देश का संबोधन किया गया।

• मोदी जी द्वारा इस संबोधन में नई शिक्षा नीति के मुख्य तथ्यो पर चर्चा की गई।

• प्रधानमंत्री जी द्वारा यह जानकारी दी गई कि यह New Education Policy 2023 नए भारत का आधार बनेगी।

• यह नई शिक्षा नीति भारत की विद्यार्थियों को ग्लोबल सिटीजन बनाएगी।

• इसके अतिरिक्त यह नई एजुकेशन पॉलिसी के छात्रों को उनकी सभ्यता के साथ जोड़कर रखेगी।

• नई एजुकेशन पॉलिसी के जरिए छात्र अपनी पैशन को फॉलो कर के नए नए अवसर प्राप्त करेंगे।

• मोदी जी द्वारा इस संबोधन में होर्डे ए मेंटालिटी की भी चर्चा की गई।

• प्रधानमंत्री जी द्वारा यह जानकारी दी गई कि विद्यार्थियों को अपनी योग्यता, रुचि और मांग की मैपिंग करनी चाहिए।

• विद्यार्थियों को क्रिटिकल थिंकिंग को डिवेलप करने की जरूरत है।

• मोदी जी द्वारा इस बात की भी जानकारी दी गई कि हम एक ऐसे युग में एंट्री कर रहे हैं

• जहां एक व्यक्ति कोई एक प्रोफेशन अपनी पूरी जिंदगी फॉलो नहीं करेगा

• तो यह New Education Policy 2023-2024 इस बात को देखकर शुरू की गई है।

• अब तक की शिक्षा नीति में आप जो सोचते थे उस पर ध्यान केंद्रित करते थे,

• लेकिन यह नई शिक्षा नीति अब इस पर ध्यान केंद्रित करेगी कि कैसे सोचा जाए।

• इस नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहेगा

• और साथ ही शिक्षकों ने प्रशिक्षण पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा।

• प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कई प्रविष्टि और निकास के बारे में भी विस्तार से बताया है और

• साथ ही इस नई शिक्षा नीति में कक्षा 5 तक क्षेत्रीय भाषा में शिक्षण का प्रावधान शामिल है।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 का उद्देश्य

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 का मुख्य उद्देश्य भारत में अब तक जो शिक्षा प्रदान की जा रही थी उसमें क्रांतिकारी बदलाव लाना साथ ही भारत के शिक्षा को वैश्विक स्तर पर खड़ा करना है । इस योजना के तहत शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा और बच्चे आसानी से शिक्षा ग्रहण कर पाएंगे।

नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 के माध्यम से बच्चे अपने जीवन को उज्जवल बना पाएंगे भारत की नई शिक्षा नीति से शिक्षा में गुणवत्ता के साथ सुधार भी आएंगे जिससे बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो पाएगी। इस नीति के तहत B.Ed की अवधि को 4 साल बढ़ा दिया गया है।

National Education Policy 2023 के अंतर्गत दी जाने वाली सुविधाएं

• विद्यालयों को यह निश्चित करना होगा कि मिड डे मील की गुणवाता बेहतर किया जाएगा।

• जिससे कि बच्चों को अपना टिफिन लाने की जरूरत ना पड़े

• इसके अतिरिक्त विद्यालयों को शुद्ध और उचित गुणवत्ता वाले पानी की सुविधा भी भी देनी होगी।

• जिससे बच्चों को अपनी पानी की बोतल लानी की भी
जरूरत ना पड़े।

• यह सभी सुविधाएं विद्यार्थियों को मिलने से उनके बैग का वजन कम होगा और उनके बैग का साइज भी छोटा होगा।

• इस नई शिक्षा नीति के तहत विद्यालयों में कक्षा का टाइम टेबल ऐसा सेट किया जाए और जिससे बच्चों की बैग का भार घट सके

• विद्यालयों में लगाई गई सभी किताबों का भार उनके पब्लिशर्स के द्वारा प्रिंट किया जाएगा

• विद्यालयों द्वारा किताबों को चुनते वक्त उनके वजन को भी ध्यान में रखा जाएगा।

• इस National Education Policy 2023 के तहत विद्यार्थियों के होमवर्क पर ध्यान दिया गया है

• इस स्कीम के तहत द्वितीय कक्षा तक विद्यार्थियों को किसी भी प्रकार का होमवर्क नहीं दिया जाएगा

• क्योंकि पहली और दूसरी कक्षा के विद्यार्थी बहुत छोटे होते हैं

• और उन्हें ज्यादा समय तक बैठने की आदत नहीं होती है।

• तृतीय तथा चतुर्थ एवं पंचम कक्षा के छात्रों को हर 1 सप्ताह में केवल 2 घंटे का होमवर्क मिलेगा

• कक्षा छठी से लेकर आठवीं के छात्रों को प्रत्येक दिन 1 घंटे का होमवर्क मिलेगा

• इसके अतिरिक्त कक्षा 9 से लेकर कक्षा बारहवीं तक के बच्चों को प्रत्येक दिन 2 घंटे का होमवर्क मिलेगा।

National Education Policy 2023 की विशेषताएं

• इस पालिसी के अनुसार मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय अब शिक्षा मंत्रालय के नाम से जाना जाएगा।

• National Education Policy 2023 के अनुसार शिक्षा का सार्वभौमीकरण किया जाएगा

• और इसमें मेडिकल और लॉ की पढ़ाई शामिल नहीं की जाएगी।

• हम जानते हैं कि पहले 10+2 का पैटर्न फॉलो किया जा रहा था लेकिन अब नई शिक्षा नीति के अनुसार 5+3+3+4 का पैटर्न फॉलो किया जाएगा, जिसमें 12 साल की स्कूली शिक्षा होगी और 3 साल की प्री स्कूली शिक्षा प्रदान किया जाएगी।

• इस नई शिक्षा नीति के अनुसार छठी कक्षा से व्यवसायिक परीक्षण इंटर्नशिप आरंभ कर दी जाएगी।• पालिसी के अनुसार पांचवी कक्षा तक शिक्षा मातृभाषा या फिर क्षेत्रीय भाषा में प्रदान की जाएगी।

• पहले शिक्षा नीति में साइंस, कॉमर्स तथा आर्ट स्ट्रीम होती थी, लेकिन अब ऐसी कोई भी स्ट्रीम नहीं होगी, अब छात्र अपनी इच्छा के अनुसार विषय चुन सकते हैं।

• शिक्षा नींति के अनुसार छात्र फिजिक्स के साथ अकाउंट या फिर आर्ट्स का कोई भी विषय पढ़ सकते हैं।

• नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023-2024 के अनुसार छात्रों को छठी कक्षा से कोडिंग सिखाई जाएगी।

• इस New Education Policy 2023 के अनुसार सभी स्कूल डिजिटल इक्विप्ड किए जाएंगे।

• सभी प्रकार की इकॉन्टेंट को क्षेत्रीय भाषा में ट्रांसलेट किया जा सकेगा।

• नई शिक्षा नीति के माध्यम से वर्चुअल लैब डिवेलप किया जायेगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 के लाभ

• नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए जीडीपी का 6 फ़ीसदी भाग खर्च होगा।

• शिक्षा में भारत की अन्य प्राचीन भाषाओं का ऑप्शन भी रखा जाएगा जिससे विद्यार्थी अपनी मनपसंद की भाषा को पढ़ सकते हैं।

• उच्च स्तरीय शिक्षा में एमफिल की डिग्री को समाप्त किया जाएगा।

• New Education Policy 2023 के माध्यम से शैक्षिक क्षेत्र में तकनीकी को बढ़ावा दिया जा रहा है।

• बोर्ड की परीक्षाओं में भी परिवर्तन होगा ऐसा हो सकता है कि वर्ष में दो बार छात्रों के ऊपर से बोझ कम करने हेतु बोर्ड परीक्षाएं कराई जाए।

• पढ़ाई को सरल बनाने हेतु आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर का प्रयोग होगा।

• इस National Education Policy 2023 में एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज को मुख्य पाठ्यक्रम में रखा जाएगा।

• विद्यार्थियों को तीन प्रकार की लैंग्वेज सिखाई जाएंगी जो कि राज्य अपने स्तर पर निश्चित करेंगे।

• इस नई एजुकेशन पॉलिसी को लागू करने के लिए बहुत से संस्थान बनाए जाएंगे जिससे कि यह पॉलिसी ठीक प्रकार से कार्य कर सकें।

• न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ उनकी कौशल को भी विकसित किया जाएगा।

• इसके अतिरिक्त इस पॉलिसी के तहत अगर कोई छात्र किसी भी कोर्स को छोड़कर अन्य कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है तो वह कोर्स से ब्रेक ले सकता है और किसी भी अन्य कोर्स में एडमिशन ले सकता है।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 की कुछ मुख्य बातें

• उच्च शिक्षा हेतु उपयुक्त प्रमाणीकरण के साथ कुछ प्रविष्ठियां और निकास विंदु निर्धारित होंगे।

• ग्रेजुएशन कोर्स 3 या 4 वर्ष का हो सकता है जिसमें बहुत से एग्जिट विकल्प होंगे। यह उचित सर्टिफिकेशन के साथ होंगे जैसे कि अगर विद्यार्थी ने 1 वर्ष ग्रेजुएशन कोर्स में शिक्षा ली है तो उसे इसके लिए सर्टिफिकेट मिलेगा।इसके अतिरिक्त 2 साल बाद एडवांस डिप्लोमा तथा 3 साल बाद डिग्री प्रदान की जाएगी। साथ ही 4 साल के पश्चात रिसर्च के साथ बैचलर डिग्री प्रदान की जाएगी।

• एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट को गठित किया जाएगा जिसमें विद्यार्थियों द्वारा अर्जित किए गए डिजिटल अकैडमी क्रेडिट को विभिन्न उच्च शिक्षा संस्थानों के द्वारा संग्रहित किया जाएगा इसे अंतिम डिग्री के लिए स्थानांतरित किया जाएगा और इसको गिना भी जाएगा।

• पाठ्य पुस्तकों पर निर्भरता को कम करते हुए, इस नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उद्देश्य ई-लर्निंग पर जोर देना भी है।

• उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी सामान्य प्रवेश परीक्षा की पेशकश करेगी।

• 2030 तक, हर जिले में कम से कम एक बड़ा बहु-अनुशासनात्मक उच्च शिक्षा संस्थान बनाया जाएगा।

• इस नई शिक्षा नीति में 2040 तक सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को बहु-विषयक संस्थान बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

• भारतीय उच्चतर शिक्षा आयोग समग्र उच्च शिक्षा के लिए एकमात्र निकाय होगा। (चिकित्सा और कानूनी शिक्षा को छोड़कर)

• भारत के उच्च शिक्षा आयोग में चार वर्टिकल होंगे जो राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा नियामक परिषद, सामान्य शिक्षा परिषद, उच्च शिक्षा परिषद और राष्ट्रीय प्रत्यायन परिषद होंगे।

• शिक्षा नीति के तहत, सरकारी और निजी शिक्षा समान होगी और विकलांग लोगों के लिए शिक्षा बदली जाएगी।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 के चार स्टेज

इस न्यू एजुकेशन पॉलिसी को चार भागों में बांटा गया है जो कि 5+3+3+4 के पैटर्न पर आधारित है इस पैटर्न में 12 वर्ष की स्कूली शिक्षा तथा 3 वर्ष की स्कूली शिक्षा सम्मिलित है इस नई शिक्षा नीति को सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के संस्थानों के लिए लाया गया है National Education Policy 2023 के चार चरण नीचे दिए गए हैं

1.फाउंडेशन स्टेज
यह स्टेज 3 से लेकर 8 वर्ष के बच्चों के लिए है इसमें 3 वर्ष की प्री स्कूल शिक्षा तथा 2 वर्ष की स्कूली शिक्षा (कक्षा प्रथम से लेकर द्वितीय) सम्मिलित है फाउंडेशन स्टेज के तहत भाषा कौशल और शिक्षण के विकास पर ध्यान दिया जाएगा।

2.प्रीपेटरी स्टेज
इस स्पीच के तहत 8 वर्ष से लेकर 11 वर्ष तक के बच्चे आएंगे इसमें कक्षा 3 से लेकर 5 तक के बच्चे सम्मिलित है। शिक्षकों का उद्देश्य प्रीपेड री स्टेज में बच्चों के अंदर भाषा और संख्यात्मक कौशल विकसित करना है। किस स्टेज में छात्रों को उनकी क्षेत्रीय भाषा में पढ़ाया जाएगा।

3.मिडिल स्टेज
इस स्टेज की तहत कक्षा 6 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चे आएंगे। क्लास 6 से बच्चों को कोडिंग की शिक्षा दी जाएगी और उन्हें व्यवसाई परीक्षण के साथ-साथ इंटर्नशिप का भी मौका दिया जाएगा।

4.सेकेंडरी स्टेज
इस स्टेज में कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के बच्चे आएंगे जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं कि पहले छात्र या छात्राएं साइंस कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम लेते थे लेकिन अब इसको समाप्त कर दिया गया है अब छात्र या छात्राएं अपनी इच्छा से सब्जेक्ट को चुन सकते हैं जैसे कि साइंस स्ट्रीम के साथ बच्चा कॉमर्स या फिर कॉमर्स के साथ बच्चा आर्ट्स स्ट्रीम भी ले सकता है।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023: स्ट्रीम

इस न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2023-2024 के तहत छात्र तथा छात्राओं को अब किसी भी एक्सट्रीम को नहीं चुनना होगा अब आर्ट्स स्ट्रीम वाला छात्र साइंस स्ट्रीम भी पड़ सकता है इसके अतिरिक्त साइंस स्ट्रीम के साथ आर्ट्स स्ट्रीम की शिक्षा भी ले सकता है सभी सब्जेक्ट को अतिरिक्त पाठ्यक्रम ना मानकर मुख्य पाठ्यक्रम का दर्जा दिया जाएगा।

जिसमें मूर्ति कला नृत्य खेल योग संगीत आदि को सम्मिलित किया गया है। एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा के हिसाब से तैयार किया जाएगा। शारीरिक शिक्षा को पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाएगा वोकेशनल और एकेडमिक स्ट्रीम को पृथक नहीं किया जाएगा जिससे कि विद्यार्थियों के अंदर दोनों प्रकार की क्षमताओं को विकसित किया जा सकेगा।

नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2023 में समग्र शिक्षा में प्री-प्राइमरी भी सम्मिलित होगी

• शिक्षा मंत्रालय इस नई एजुकेशन पॉलिसी को सफलतापूर्वक कार्यान्वयन करवानी के काम में लगा हुआ है।

• इसी बीच इस बात का निर्णय लिया गया है कि इस समग्र शिक्षा में अगले साल से प्री प्राइमरी को जोड़ा जाएगा

• सरकार की यह एक बहुत बड़ी पहल है जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कोरोनावायरस के चलते सभी स्कूल तथा कॉलेज को बंद कर दिया गया था।

• जिसकी द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई की गई थी सरकार इस ऑनलाइन पढ़ाई को मजबूती देने की कोशिश में है।

• शिक्षा मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों से समग्र शिक्षा के तहत प्रस्ताव भेजने का भी सुझाव दिया गया है।

• शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस New Education Policy 2023 को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक का भी गठन किया गया था।
• इस बैठक की अध्यक्षता स्वयं केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक जी द्वारा की गई।

• इस बैठक में शिक्षा नीति के कार्यान्वयन को लेकर बातचीत हुई।

• अभी इस एजुकेशन पॉलिसी में परिवर्तन को लेकर सहमति नहीं बन पाई है

• जल्द ही मंत्रालय एनसीईआरटी सीबीएसई और एनसीटीई के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक गठित करेगा।

• इस बैठक में एजुकेशन में होने वाले परिवर्तन को लेकर निर्णय लिया जाएगा

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