रिटायरमेंट की उम्र (retirement age) को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है. प्रदेश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाई जा सकती है। इसे 62 से बढ़ाकर 65 साल करने की संभावना है। योगी सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने इसके लिए 13 मार्च को बैठक बुलायी है.
Mp में शिवराज सरकार भी रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने पर विचार कर रही है
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी ने शनिवार को बैठक का एजेंडा जारी किया. जिसमें विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव कराने, सहायक प्राध्यापक के 1107 पदों पर लिखित परीक्षा कराने सहित सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने (increasing the retirement age) पर विचार सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं.
प्रवक्ता भर्ती में इंटरव्यू खत्म होगा
इसके साथ ही UP के 4512 सहायता प्राप्त इंटर कॉलेजों में lecturers की भर्ती में interview समाप्त हो जाएगा। अभी राजकीय इंटर कॉलेजों में इस पद पर भर्ती के लिए PT, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार होता है, लेकिन अब इसमें बदलाव होगा। Uttar Pradesh Education Service Selection Commission के विधेयक में साक्षात्कार को समाप्त करने का प्रावधान जोड़ा जायेगा.
सपा सरकार ने शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाई थी
फरवरी 2004 में तत्कालीन समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार ने शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु (retirement age of teachers) 60 से बढ़ाकर 62 वर्ष कर दी थी। अब शिक्षक सेवानिवृत्ति की उम्र 65 साल करने की मांग कर रहे हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि अगर सरकार सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि करती है, तो 20 राज्य विश्वविद्यालयों के 250 शिक्षकों और 503 सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेज शिक्षकों को इस साल और आने वाले वर्षों में 18,000 शिक्षकों को लाभ होगा। बैठक में विभाग प्रदेश के कुछ विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर भी दिशा निर्देश जारी कर सकता है।