MPTAASC - मध्यप्रदेश ट्रायबल अफेयर एवं अनुसूचित जाति वेलफेयर आटोमेशन सिस्टम
जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं एवं प्रक्रियाओं की कम्प्युटरीकरण परियोजना
जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग व्यापक विभाग होने के कारण अनेक प्रकार की योजनाओं का संचालन विभाग के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य है। वर्तमान में विभाग की कार्यशैली एवं प्रक्रिया परंपरागत ऑफलाइन तरीके से संचालित हो रही है। योजनाओं के संचालन में पारदर्शिता लाने हेतु यह आवश्यक है कि विभाग की संपूर्ण योजनाओं एवं प्रक्रियाओं का कम्प्युटरीकरण कर ऑनलाइन बनाया जाए, जिससे कम समय में लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचे एवं योजनाओं की मॉनिटरिंग इत्यादि के लिए गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जा सके। इसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु विभाग द्वारा जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग की योजनाओं एवं प्रक्रियाओं का कम्प्युटरीकरण परियोजना प्रारंभ की गयी है जिसे (MPTAASC) संक्षिप्त नाम से जाना जाता है।
परियोजना के मुख्य घटक - सॉफ्टवेयर डेवलेपमेंट एवं हार्डवेयर स्थापना है। परियोजना का क्रियांवयन निम्नानुसार विभिन्न चरणों में किया जा रहा है -
योजनाओं एवं प्रक्रियाओं के कंप्यूटरीकरण हेतु To-Be, FRS एवं SRS तैयार किया जाना - जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग अंतर्गत समस्त योजनाओं, सम्बंधित मॉड्यूल एवं प्रक्रियाओं के कंप्यूटरीकरण हेतु To-Be, FRS एवं SRS दस्तावेज पीएमयू टीम (5 सदस्यीय) द्वारा तैयार किया जा रहा है जिसका चयन NICSI के माध्यम से किया गया है I
योजनाओं एवं प्रक्रियाओं के अंतर्गत सम्पूर्ण प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाना – To-Be, FRS एवं SRS दस्तावेजों के आधार पर समस्त योजनाओं, सम्बंधित मॉड्यूल एवं प्रक्रियाओं के ऑनलाइन एप्लीकेशन (सॉफ्टवेयर) का निर्माण पीआईयू (MAPIT) द्वारा किया जा रहा है I
योजनाओं, सम्बंधित मॉड्यूल एवं प्रक्रियाओं की सरलता हेतु प्रदेश में प्रचलित अन्य विभागों की सफल एवं उपयोगी एप्लीकेशन (सॉफ्टवेयर) जैसे UIDAI, ई-डिस्ट्रिक्ट, समग्र, SRDH, NPCI, माध्यमिक शिक्षा मण्डल, IFMIS, HRMIS, CCTNS इत्यादि, के साथ भी इंटीग्रेशन किया गया/ जा रहा हैI
MPTAASC के अंतर्गत कुल 18 Modules विकसित किये जाने हैं। MPTAASC के अंतर्गत लगभग सभी विभागीय योजनाओं के हितग्राहियों को आधार बेस्ड DBT से मात्र प्रोफाइल पंजीयन करने पर ही सरलता से उनके बैंक खाते में राशि पहुंचा दी जाएगी, साथ ही जिन योजनाओं में आवेदन देना आवश्यक है, उनमें इन्टरनेट के माध्यम से बिना कार्यालय आये आवेदन देने की सुविधा रहेगी, साथ ही वह स्वयं के डैशबोर्ड के माध्यम से अपने आवेदन के status को ज्ञात कर सकेगाI
परियोजना अंतर्गत प्रमुख मॉड्यूल हितग्राही प्रोफाइल पंजीकरण का वेब एवं मोबाइल एप एवं शिक्षक प्रोफाइल पंजीकरण का वेब एवं मोबाईल एप का निर्माण किया जाकर Go-Live किया जा चुका है I इसके अतिरिक्त प्रतिभा योजना, UPSC कोचिंग योजना, आकांक्षा योजना, पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति, हॉस्टल प्रबंधन प्रणाली की ऑनलाइन एप्लीकेशन का निर्माण अंतिम स्तर पर है I
MPTAASC के पूर्ण roll out होने पर प्रदेश के जनजातीय वर्ग के हितग्राहीयों को शासन की योजनाओं का लाभ सुगमता से मिल सकेगा और उनके जीवन स्तर में सुधार आयेगा ।