21 May 2022

PM Modi wedding - 15 साल की थीं जशोदाबेन और मोदी 17 साल के थे, तब गुजरात के उंझा के नज़दीक उनका विवाह हुआ था.

नरेंद्र मोदी अपनी पत्नी से अलग क्यों हुए थे?

कहते है कि नरेंद्र मोदी की शादी उन की इच्छा मर्जी के खिलाफ हुई थी,, शादी के कुछ दिन बाद उन्होंने अपनी पत्नी से साफ साफ कह दिया था कि उनकी पत्नी अपना जीवन खुद के तरीके से जीने के लिए स्वतंत्र है जैसे जीना चाहे जीए,, कोई दबाव नही,, सुना है कि शादी होने के कुछ दिन बाद ही उन्होंने एक दिन अपनी पत्नी से साफ साफ कह दिया था कि वो कुछ दिन बाद घर छोड़कर चले जायेंगे ऐसे में बेहतर होगा कि उनकी पत्नी किसी और पुरुष से शादी कर ले।

कह नही सकते कीतनी सच्चाई है लेकिन सुनने में तो यही आया है, मतलब वो अपनी शादी से खुश नही थे,, पारिवारिक दबाव में शादी कर ली थी,, फिर कुछ दिन बाद पत्नी को यह कह कर की तुम पर कोई दबाव नही अपनी जिंदगी अपने तरीके से जीयो,, बस यह कहकर एक रात उन्होंने बीना किसी को कुछ बताए घर छोड़ दिया,, उसके बाद वो पूरे 10 साल तक कहां रहे कीस स्तिथि में रहे कोई नही जानता,, हा लेकिन उनकी कुछ तश्वीरें है,, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ गाव के लोगो के पास उनकी कुछ तश्वीरें है जो बताती है कि युवावस्था में वो पहाड़ो पर चले गए थे,, बहुत पहले एक वीडियो आई थी जीस मे एक बाबा बता रहे थे कि वो युवा एक गुफा में रहता था सारी सांसारिक सुख दुख से परे दूर अलग,, सिर्फ भोजन के लिए ही गुफा से बाहर नीकलता था,, कुछ लोगो का कहना है कि वो पूरे 10 सालो तक तपस्या करते रहे एक गुफा में तो कुछ इसे 5 वर्ष बताते है,, लेकिन यह सच है कि वो अपनी शादी से खुश नही थे।

स्वभाविक भी है किसी लड़का या लड़की की उसकी मर्जी के विरुद्ध शादी कर दो तो वो खुश नही रह सकता घुट घुट कर ही रहेगा,, खासतौर पर लडकिया बहुत घुट घुट कर रहेंगी।

लेकिन उनकी पत्नी ने उल्टा फैसला कीया उनकी पत्नी ने तलाक नही लीया बल्कि कहते है कि बाद में उनकी पत्नी के मन मे अपने पति के प्रति प्रेम विश्वास बढ़ गया और उन्होंने उसी घर मे रहने का फैसला कीया। आज भी उनकी पत्नी खुलकर बोलती है कि मैं उनकी पत्नी हु,, जबकि दूसरी तरफ मोदी इस मामले में चुप रहते है।

2014 में भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी भरते समय, पहली बार मोदी ने आधिकारिक तौर पर स्‍वीकार कर लिया था कि जशोदाबेन उनकी पत्‍नी हैं. मोदी अभी तक पत्नी के बारे में जानकारी देने वाले कॉलम को खाली छोड़ देते थे.