सीधी न्यूज़ - यूट्यूब पत्रकार कनिष्क तिवारी सहित कई अन्य प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, इसके बाद उनकी अर्धनग्न अवस्था में उनकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, जिसका श्रेय सीधी पुलिस को जाता दिखाई दे रहा है।
पुलिस के ऐसा करने से यह मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है क्योंकि पुलिस के द्वारा अर्धनग्न अवस्था में यदि फोटो वायरल की गई है तो यह है वास्तव में कानून के रखवाले के द्वारा ही कानून का उल्लंघन माना जाएगा , कानून भी यह नहीं कहता कि किसी की व्यक्तिगत इज्जत को सरेआम किया जाए अभी गिरफ्तार किए गए लोगों के ऊपर अपराध सिद्ध भी नहीं हुआ है।
सीधी जिले के बघेली पत्रकार कनिष्क तिवारी को थाने के अंदर अर्धनग्न अवस्था में खड़े कर उनकी फोटो वायरल करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस पूरे मामले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से लेकर दिल्ली तक के बड़े पत्रकारों ने ट्वीट करना शुरू कर दिया है। इसका विरोध करना शुरू कर दिया है।
पूरा मामला क्या है?
पूरा मामला सीधी जिले से जुड़ा हुआ है जहां 2 तारीख का यह पूरा मामला बताया जा रहा है मामला यह है की जो सीधी के विधायक है केदारनाथ शुक्ला उनके खिलाफ सोशल मीडिया यानी फेसबुक में एक फर्जी आईडी से अश्लील पोस्ट की जाती थी। इस मामले में पुलिस ने ip एड्रेस को ट्रेस किया। जब ट्रेस किया तो पुलिस ने स्थानीय रहने वाले रंगकर्मी नीरज कुंदर को अपराधी पाया। और उन्हें गिरफ्तार कर लिया , तो कुछ स्थानीय लोग इसका विरोध करने लगे, और उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। थाने के सामने वहां पर पत्रकार तिवारी भी उपस्थित थे। इस दौरान लोगों से बातचीत कर रहे थे। तभी स्थानीय लोगों द्वारा जैसा कि बताया गया कि पुलिस थाने के टीआई साहब की घंटी बजती है। उनके पास किसी का फोन था। फोन में उनको आदेश दिया गया की टीआई साहब द्वारा वहां पर बैठे लोगों को तितर बितर किया जाने लगा। वहां पर बैठे लोगों को गिरफ्तार किया जाने लगा था। जो मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।