26 April 2022

Job News - भाइयों बहनों और मित्रों 5 साल में दो करोड़ नौकरियां घटी

 भारत में रोजगार की समस्या साल दर साल गहराती जा रही है। हर साल नौकरी पाने में नाकाम रहने के बाद 45 करोड़ से ज्यादा लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने अब काम की तलाश ही छोड़ दी है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट बताती है कि काम नहीं मिलने से हताश होने वाले लोगों में महिलाएं ज्यादा हैं। उन्हें योग्यता के अनुसार काम नहीं मिल पा रहा है।


देश में आबादी के हिसाब से देखें तो 2017 से 2022 के बीच कुल कामगारों की संख्या 46% से घटकर 40% रह गई है। रोजगार बढ़ने के बजाय 2.1 करोड़ कामगार घट गए हैं। भारत में अभी 90 करोड़ लोग रोजगार के योग्य हैं। इनमें 45 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अब काम की तलाश भी छोड़ दी है। सोसाइटी जनरल जीएससी (बेंगलुरू) के अर्थशास्त्री कुणाल कुंडू का कहना है कि रोजगार की अभी जो स्थिति बनी हुई है, वह भारत में आर्थिक असमानताएं बढ़ाएगी। इसे 'K' शेप ग्रोथ कहते हैं। इससे अमीरों की आय बहुत तेजी से बढ़ती है, जबकि गरीबों की नहीं बढ़ती। भारत में कई तरह के सामाजिक और पारिवारिक कारणों से भी महिलाओं को रोजगार के बहुत कम मौके मिल रहे हैं। आबादी में 49% हिस्सेदारी रखने वाली महिलाओं की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी सिर्फ 18% है, जो कि वैश्विक औसत से लगभग आधी है।