जन औषधि केंद्र: आम आदमी के लिए सस्ती दवाओं का वरदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के तहत देशभर में 25 हजार जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान के तहत देश के हर जिले में जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
आवेदन कैसे करें:
- आवेदक जन औषधि केंद्र की आधिकारिक वेबसाइट (janaushadhi.gov.in) पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन करने के लिए आवेदक को कम से कम 120 वर्ग फीट की दुकान की आवश्यकता होगी।
- आवेदक 1 किलोमीटर की दूरी के बीच दो जन औषधि केंद्र खोल सकते हैं। (पहले 1.5 किलोमीटर की दूरी का प्रावधान था)
- कोई भी व्यक्ति, संगठन, एनजीओ, मेडिकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल, पैक्स/सहकारी संगठन आवेदन कर सकते हैं।
- जन औषधि केंद्र चलाने के लिए फार्मासिस्ट (बी. फार्मा/डी. फार्मा) की उपलब्धता अनिवार्य है।
परियोजना की प्रमुख विशेषताएं:
- जन औषधि केंद्र संचालकों को ₹5 लाख तक की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- महिला उद्यमी, दिव्यांग, एससी/एसटी, भूतपूर्व सैनिक, उत्तर-पूर्वी राज्यों, हिमालय पर्वतीय क्षेत्रों, द्वीप समूहों एवं 112 आकांक्षी जिलों में ₹ 2 लाख की अतिरिक्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
- जन औषधि केंद्र पर सभी दवाइयों पर 20% तक का मार्जिन दिया जाएगा।
जन औषधि केंद्र आम आदमी के लिए सस्ती दवाओं का वरदान हैं। इन केंद्रों पर जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 50% से 80% तक सस्ती दरों पर उपलब्ध हैं। जन औषधि केंद्र खोलकर आप न केवल अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, बल्कि देश के लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने में भी अपना योगदान दे सकते हैं।
अतिरिक्त जानकारी:
- जन औषधि केंद्र के बारे में अधिक जानकारी के लिए जन औषधि केंद्र की आधिकारिक वेबसाइट (janaushadhi.gov.in) पर जाएं।
- जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 मार्च 2024 है।
यह आर्टिकल आपको कैसा लगा? हमें कमेंट में जरूर बताएं।